जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका में पर्यावरण जागरूकता गोष्ठी का आयोजन
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जन शिक्षण संस्थान विकास भारतीय दुमका द्वारा आज दुमका प्रखंड के घाट रसिकपुर पंचायत अंतर्गत कुरूवा गांव में पंचायत सचिव परमेश्वर मरांडी की अध्यक्षता में पर्यावरण जागरूकता गोष्ठी अभियान चलाया गया। इस अभियान में प्रशिक्षिका पूर्णिमा सेन, देवप्रिया बैरा के साथ मनोज बैरा, रिया रानी, रेशमी कुमारी, करिश्मा कुमारी, सुकन्या कुमारी, संध्या, आभा आदि सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जन शिक्षण संस्थान विकास भारतीय दुमका के प्रभारी निदेशक श्रीमती अन्नू, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी दीपक कुमार सिंह, दर्शन हेंब्रम (आजीविका), एमआईएस श्रीराम कुशवाहा, अकाउंटेंट प्रदीप कुमार शर्मा, आनंद कुमार, सविता किस्कू, राजकुमार हेम्ब्रम आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इसी कड़ी में जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका के प्रभारी निदेशक श्रीमती अन्नू ने बताया कि पर्यावरण हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है।
पर्यावरण के प्रभाव का अध्ययन किए बिना जीवन को समझ पाना असंभव है। जनसंख्या वृद्धि, प्रौद्योगिकी विकास में तीव्रता, भूमि, वायु, जल जैसे प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग बुद्धिमता पूर्ण ढंग से ना करना, मृदा अपरदन, बाढ़, नदियों में कचरा एवं गाद भर जाना एवं अल्पवृष्टि, सूखा के कारण बंजर बनती धरती, बेमौसम बरसात ये सभी लक्षण भावी पीढ़ी के लिए खतरे की घंटी है।
वृक्षों के कटने से तापमान में हो रही तेजी से वृद्धि एवं औद्योगिकीकरण के कारण उष्मा प्रवाह, कार्बन डाइऑक्साइड, धूल कण, कचरा, प्लास्टिक कैरी बैग आदि का ज्यादा मात्रा में उपयोग हमारे पर्यावरण को असंतुलित कर रही है, जो हमारी भावी पीढ़ी के लिए चिंता का विषय है। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से बचने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, श्रीमती अन्नू ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता का ध्यान रखने, पेड़ पौधों, पशु-पक्षी एवं पर्यावरण की रक्षा करने, वन्य जीवों की रक्षा करने, जल संरक्षण करने एवं पॉलीथिन कैरी बैग का उपयोग कम से कम करने का शपथ दिलाया।
एवं पंचायत सचिव परमेश्वर मरांडी ने भी ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन युक्त पेड़ पौधे लगाने एवं जमीनी स्तर से जुड़कर पर्यावरण की रक्षा के लिए लोगों को प्रेरित किया एवं जन शिक्षण संस्थान द्वारा यह जागरूकता अभियान लगातार 15 अगस्त तक चलाये जाने के संकल्प की काफी सराहना की एवं ग्रामीणों को जन शिक्षण संस्थान द्वारा चलाए जा रहे व्यवसायिक प्रशिक्षण से जुड़ कर स्वरोजगार पाने एवं स्वावलंबी बनने के लिए भी जागरूक किया।