जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका द्वारा स्वच्छता अभियान 'स्वच्छता ही सेवा' के तहत विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र में 15 सितंबर 2023 से लगातार कई स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
दिनांक 28 सितंबर 2023 को जन शिक्षण संस्थान दुमका की प्रशिक्षिका श्वेता केसरी के नेतृत्व में पुराना दुमका मोहल्ले में घर-घर जाकर स्वच्छता परमो धर्म का संदेश दिया गया पोस्टर बैनर के साथ लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया एवं जहां कहीं भी गंदगी दिखा झाड़ू लगाकर लोगों को अपने आसपास के क्षेत्र को साफ रखने के लिए प्रेरित किया गया।
वहीं पारशिमला, मसलिया कि प्रशिक्षिका पुष्पा पाल द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम चलाया गया तथा गांव वालों को पेड़ पौधों के महत्व के बारे में जानकारी दिया गया। कुम्हारपाड़ा दुमका में प्रशिक्षिका सविता देवी के द्वारा वृक्षारोपण किया गया। वहीं प्रशिक्षिका सिलवंती हेंब्रम के द्वारा दुमका प्रखंड के चिरुड़ीह एवं जराड़ीह गांव में स्वच्छता पर भाषण एवं रैली निकला गया।
साथ ही घर-घर जाकर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। एवं ग्रामीणों को स्वच्छता के लाभ एवं अस्वच्छता के नुकसान के बारे में जानकारी दिया गया। जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका की प्रभारी निदेशक श्रीमती अन्नू ने कहा कि "स्वच्छता ही सेवा" अभियान के तहत हमारी संस्था के प्रशिक्षण केंद्रों में रोज नए-नए कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
जिसमें स्वच्छता शपथ दिलाया जा रहा है, सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का शपथ एवं जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। ट्रेनिंग सेंटर के आसपास के क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों जैसे गांव, घर, स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन इत्यादि पर स्वच्छता अभियान के तहत साफ सफाई, हाथ धुलाई, पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
कई प्रशिक्षण केंद्रों में भाषण प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, स्वच्छता अभियान के तहत पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। स्वच्छता जागरूकता रैली निकाला जा रहा है एवं स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम के तहत कई प्रशिक्षण केंद्रों में बैठक एवं रंगोली कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम लगातार 2 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका के प्रभारी निदेशक श्रीमती अन्नू, कार्यक्रम पदाधिकारी दीपक कुमार सिंह, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी (आजीविका) दर्शन हेंब्रम, एम.आई. एस. श्रीराम कुशवाहा, मोबिलाइजर आनंद कुमार, राजकुमार हेंब्रम,
सिलवंती हेंब्रम, पुष्पा पाल, श्वेता केसरी, सबिता देवी, सुनीता मरांडी, सिमरन सोरेन, सुनीता मरांडी, सकूदी मरांडी, सुनीता सोरेन, चांदनी मुर्मू, जास्मीन मरांडी, उर्मिला हेंब्रम, नमिता मरांडी, रिंकी हेंब्रम, पार्वती हेंब्रम, रीता हेंब्रम,
मधु देवी, रजनी देवी, ललिता देवी, प्रीति कुमारी, मनीषा कुमारी, सोनी देवी, राधा देवी, कंचन देवी, उषा केसरी, रेशमा खातून, शाहिना खातून, तानिया खातून, जूली देवी, पूनम देवी, अन्नू कुमारी, मधु देवी, आलिया खातून, आयशा खातून के साथ सैकड़ो प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षणार्थियों ने अहम भूमिका निभाई है।