शिल्पी मेला सह प्रदर्शनी 2023 - जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका

JAN SHIKSHAN SANSTHAN, DUMKA, JHARKHAND
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 विकास भारती बिशुनपुर के 40वें वर्षगांठ के शुभ अवसर पर 3 दिवसीय कार्यक्रम "शिल्पी मेला सह प्रदर्शनी 2023" का आयोजन रांची अवस्थित कार्यालय आरोग्य भवन-1, बरियातू रोड, रांची में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम 10 जनवरी से 12 जनवरी 2023 तक चलेगा। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी जी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस मेले में विकास भारती बिशुनपुर द्वारा चलाए जा रहे सभी परियोजनाओं, जन शिक्षण संस्थान दुमका, रांची एवं अन्य, प्रधानमंत्री कौशल केंद्र, कृषि विज्ञान केंद्र तथा विकास भारती से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके स्वावलंबी महिलाओं/ पुरुषों व अनेक सामाजिक संस्थाओं द्वारा स्टॉल लगाया गया। जिसमें जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका एवं तेजस्विनी परियोजना दुमका द्वारा चलाए जा रहे कौशल प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए सामानों को स्टॉल में प्रदर्शन के लिए लगाया गया। सामानों की क्वालिटी बेहतर रहने के कारण पब्लिक डिमांड पर सामानों को बेचा भी गया।

इस मेले में जन शिक्षण संस्थान विकास भारती दुमका से प्रभारी निदेशक श्रीमती अन्नू, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी (आजीविका) दर्शन हेंब्रम, मोबिलाइजर सविता किस्कू एवं तेजस्विनी परियोजना के कार्यक्रम प्रबंधक अभिनंदन कुमार, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन विशेषज्ञ मनोज कुमार सिन्हा, प्रशिक्षण एवं युवा विकास विशेषज्ञ रामचंद्र सिंह के साथ अन्य कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्र के प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए स्वदेशी सामानों का प्रदर्शन किया एवं भावी पीढ़ी के युवाओं एवं युवतियों को कौशल एवं स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथि केंद्र शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी एवं पद्मश्री अशोक भगत ने दुमका जिले द्वारा किए गए कार्य को काफी सराहा एवं लगातार इसी प्रकार देश को स्वावलंबन की ओर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने के लिए शुभकामनाएं भी दी।
इस दौरान विकास भारती बिशुनपुर के सचिव पद्मश्री अशोक भगत जी, केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति श्री क्षिती भूषण दास जी, डॉ० अंजनी कुमार श्रीवास्तव जी (पूर्व कुलपति, कोयलांचल विश्वविद्यालय) विकास भारती के अध्यक्ष श्री अजय सिंह जी, उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना चौधरी जी व श्री सत्यनारायण मुंडा जी (पूर्व कुलपति) उपस्थित रहे।
केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि जनजाति संघर्ष से विकास तक की 40 वर्ष की इस यात्रा में संस्थान को अनेकों चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा इसके बावजूद संस्था विविध आयामों एवं शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में जन जागरण एवं सामाजिक जागरूकता के द्वारा झारखंड के जनजाति क्षेत्रों में सेवा कर कार्य कर रही है। जो देश को स्वावलंबन की ओर ले जाने में एक मजबूत पहिए का कार्य कर रही है।
पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि जीवन में समस्याएं तो आऐंगी लेकिन अनवरत कार्य करते रहना है। समस्याओं से डरना नहीं है, भागना नहीं है, समाधान काम करने से ही मिलता है। निरंतर अपने कर्तव्य की और डटे रहना हर समस्या का समाधान है। मेरी संस्था ने समाज के लिए क्या किया यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि समाज में क्या परिवर्तन हुआ यह महत्वपूर्ण है।
युवाओं के लिए कहा कि केंद्र या राज्य में सरकारें आएंगी जाएंगी यह निरंतर बदलती रहती है। इसलिए सरकारों के भरोसे ना बैठें अपना रास्ता स्वयं ढूंढें एवं अपने दायित्व का निर्वहन करते रहें। स्वावलंबी भारत का युग है। स्वावलंबन की ओर बढ़ें।
कार्यक्रम का समापन श्री रमेश बैस महामहिम राज्यपाल झारखंड, द्वारा 12 जनवरी को किया जाएगा।






















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